वादी-ए-कश्मीर जन्नत का नजारा

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कश्मीर में जारी बर्फबारी पर्यटकों को आकर्षित करती है। यहां चिनार की कतारें, धवल ऊंची चोटियां, कलकल करती नदियां, खिलखिलाते रंग-बिरंगे फूलों एवं फव्वारों से सजे बाग़, झीलों में तैरते आकर्षक हाउसबोट, शिकारे-वाकई तस्वीरों का मोहक कोलाज-सा यह अद्वभुत कश्मीर ही है। लेकिन जाने से पहले मौसम की जानकारी जरूर हासिल कर लें…

जिस प्रकार ताजमहल भारत की पहचान है, उसी प्रकार कश्मीर भारत का नगीना है, नैसर्गिक सौंदर्य का ताज है। अगर आप घूमने के शौकीन हैं, तो भारत-भ्रमण कश्मीर को देखे बिना पूरा नहीं हो सकता। यूं तो संपूर्ण कश्मीर की राजधानी श्रीनगर और इसके आसपास कुछ विशेष दर्शनीय स्थलों तक ले चलते हैं। श्रीनगर संपूर्ण कश्मीर के सौन्दर्य एवं खासियतों को अपने में समेटे हुए है। यहां की प्राकृतिक झीलें और उनमें तैरते हाउसबोट और शिकारे, झेलम के दोनों किनारों पर बसा श्रीनगर देश-विदेश के सैलानियों को मुग्ध कर देता है।

नगीना और डल झील

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ये झीलें प्राकृतिक धाराओं से बनी हैं। इन झीलों के किनारे खूबसूरत रंगों और कारीगरी से सजे हाउसबोट भरे रहते हैं। सैलानियों की प्राथमिकता हाउसबोट होती है, क्योंकि झील में रहने का अनुभव और घर में रहने जैसा माहौल हाउसबोट में ही संभव है, एक अलग आनंद। इनमें से नगीना अपेक्षाकृत स्वच्छ और शांत है। तैरते बाग, जिनमें टमाटर, खीरे, तरबूज और मौसम के हिसाब से लगी सब्जियां उगी होती हैं, जो कि एक आम दृश्य है। दिन की शुरुआत शिकारों की चहलपहल से होती है, जो फूल बेचने वालों, स्कूली बच्चों और पर्यटकों से भर होता है। डल झील में शिकारें में घूमने का अपना ही लुत्फ़ है। आप नगीना में वाटरस्कीइंग, सर्फबोर्ट और मोटरबोट के अलावा यहां के स्वच्छ जल में तैरने का आनंद भी ले सकते हैं।

गुलमर्ग

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विश्व में सबसे ऊंचाई पर स्थित होल वाला गोल्फ कोर्स भी कश्मीर के गुलमर्ग में स्थित है। विश्व के श्रेष्ट गोल्फ कोर्स में इसकी गणना की जाती है। श्रीनगर के दक्षिण-पश्चिम में 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुलमर्ग समुद्रतल से 2,730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। तश्तरीनुमा आकार का अपनी खूबसूरती एवं रोमांचकता के कारण यह कश्मीर का एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन माना जाता है। चारों ओर मखमली घास से सजी घाटियां, दूर-दूर तक नजर आती ऊंची चोटियां ओर सर्दियों में खूब बर्फबारी के कारण स्कीइंग के लिए एक मोहक गंतव्य है। यहां की ढलाने विश्व स्तर की हैं, जो स्कीइंग के लिए बहुत उपयुक्त है। यहां बर्फ के खेल भी खेले जाते हैं। गुलमर्ग से खिलनमर्ग पानी अथवा लिफ्ट से पहुंचे, खिलनमर्ग एक बेहद आकर्षक पिकनिक स्थल है। चिनार के दरख्तों से होते हुए यहां पहुंचना बड़ा रोमांचक होता है। अलपत्थर झील यहां का आकर्षक है। गुलमर्ग से थोड़ा नीचे महान मुस्लिम संत बाबा रेशी का मजार है, जिसकी बड़ी मान्यता है।

मुगलकालीन उद्यान
डल झील के किनारे निशात, शालीमार और चश्मा शाही तीन मशहूर मुगल गार्डन हैं। ये बाग आकर्षक झरनों, तरतीब से सजी धाराओं, फव्वारों और बगीचों से संवरे हैं। मुगल शासकों की स्वर्ग की कल्पनाओं को साकार करते ये बाग बेहद लोकप्रिय पिकनिक स्थल और खूबसूरत लम्हें गुजारने की जगहें हैं।

इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन

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एशिया का सबसे बड़ा यह ट्यूलिप गार्डन डल झील के किनारे जाबरान पहाड़ियों की तलहटी पर बना है, जो कि बसंत के मौसम में खिलता है। नीदरलैंड के मशहूर ट्यूलिप गार्डन की तर्ज पर इसका निर्माण किया गया है। 12 एकड़ एरिया में फैले इस गार्डन में लाखों ट्यूलिप खिलते हैं। ये यहां मुख्यत: लाल, गुलाबी, पीले, नारंगी एवं बैंगनी रंगों के होते हैं।

हजरतबल मस्जिद
यह मस्जिद इसलिए मशहूर है, क्योंकि विश्वास किया जाता है कि यहां पैग़ंबर मोहम्मद का एक बाल सुरक्षित है। यह भव्य सफेद रंग कि श्रीनगर में अकेली मस्जिद है, जिस पर गुंबद बना है, बाकी सभी कि पगोडा शैली की छतें हैं।

परी महल

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pari-mahal

मुगल शासक शाहजहां के बड़े पुत्र दारा शिकोह द्वारा परी महल को एक ज्योतिष अध्ययन केंद्र में तब्दील किए जाने से पहले अलग-अलग समय में यह एक सूफी बाग, कॉलेज, बौद्ध विहार और एक शाही पर्यवेक्षण था। महल के अंदर बहुत ही मोहक बाग है। शाही चश्मा से यह बमुश्किल पांच मिनट का रास्ता है।

हरी पर्वत किला
हरी पर्वत पहाड़ी पर स्थित यह किला नगीना झील के उस पार है। इसके निर्माण की शुरुआत अकबर ने की थी, पर इसे पूरा किया दुर्रानियों ने। यूं तो अब इसकी वह भव्यता कायम नहीं है, मगर जो कुछ भी अवशेष है, उसमें मुगल काल के ग्रीष्मकालीन महलों का सौंदर्य देखा जा सकता है।

शंकराचार्य मन्दिर
यह श्रीनगर की एक अनुपम पहचान है। एक हजार फीट ऊंची एक पहाड़ी है तख्त-ए-सुलेमान और उस पर बना है एक छोटा-सा मन्दिर जो भगवान शिव का मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना आज से 1200 वर्ष पूर्व महान संत, आचार्य शंकराचार्य के केरल से कश्मीर आने की याद में करवाई गई थी।

कश्मीरी खानपान

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कश्मीर के खानपान का लुत्फ़ लिए बैगर यहां की यात्रा अधूरी है। श्रीनगर के अधिकांश अच्छे रेस्तरां लाल चौक में है। दल झील के आसपास भी अच्छे फ़ूड प्वाइंट है। शाकाहारी भोजन में दही, केसर आदि डालकर तैयार किए गए व्यंजन का स्वाद लाजवाब होता है, मगर सबसे मशहूर है रोगन जोश, जो भेड या बकरे के मांस से बनता है तथा गुशतबा, जो मांस का गुल्ला होता है, जिसे दही में पकाया जाता है। इसके अलावा ग्रिल्ड मटन है, जिसे यहां तिल्ली या तेख कहते है यहां का कहवा-एक पारंपरिक पेय जो हरी पती, केसर के धागे, दालचीनी और इलायची से तैयार किया जाता है। इसे कतरे हुए बादाम से सजाकर पेश किया जाता है।

कैसे पहुंचें
श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा शहर से 15 किमी. की दुरी पर स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू है, जो यहां से करीब 260 किलोमीटर की दुरी पर है। जम्मू देश के सभी प्रमुख शहरों से रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है। श्रीनगर ऊधमपुर से भी रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है।

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